सर सैयद की याद में मुशायरा व कवि सम्मलेन आज।
October 17, 2016 3:50 pm
इटवा,सिद्धार्थनगर। जिला के इटवा तहसील में इटवा बेलवा मार्ग पर स्तिथ बढ़या चौराहे (निकट भारतीय स्टेट बैंक) पर एक कवि सम्मेलन/मुशायरे का आयोजन आज रात 8 बजे से किया गया है जिस में कई बड़े शायर और कवि भाग ले रहे हैं। ए०एम०यू० अलीगढ़ के संस्थापक सर सैयद अहमद ख़ान की याद में आयोजित की गई है।
आइये जानते है कि सर सैयद कौन थे?
सर सैयद अहमद खान का जन्म दिल्ली के एक समृद्ध व प्रतिष्ठित परिवार में 17 अक्टूबर सन 1817 को हुआ था। अंग्रेजो ने इनकी सेवा व निष्ठा को देखते हुए इन्हें ”सर” की उपाधि से बिभूषित किया. उनकी दृष्टि में विद्रोह का मूल कारण भारतीयों को कानून बनाने से दूर रखना था. वे एक विचारक और चिन्तक थे. उन्होंने देखा की भारतीय मुस्लिम समाज दिशा –निर्देश के अभाव में पिछड़ता जा रहा है. इस प्रकार सन 1875 में ‘मोहम्मडन एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज’ की अलीगढ़ में स्थापना हुई. यही कॉलेज आगे चलकर ‘अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय’ के नाम से विकसित हुआ. भारतीय समाज के सर सैयद अहमद खान की यह अमूल्य देन है. मुक्त विचारो, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, साम्प्रदायिक सौहार्द के कारण उनका सर्वत्र सम्मान होता था. अंग्रेज सरकार ने प्रसन्न होकर इन्हें ” नाइट कमांडर ऑफ़ स्टार ऑफ़ इंडिया ” ( के. सी. एस. आई. ) की उपाधि तथा एडिनबरा विश्वविद्यालय ने ” डॉक्टर ऑफ़ लॉ” की मानक उपाधि से सम्मानितकिया।
इस मुशायरे में उमरफ़ारूकी, फ़लक सुल्तानपुरी, तरन्नुम नाज़,जमील ख़ैराबादी सहित नज़ीर मलिक,नियाज़ कपिलवस्तुवी, पंकज शास्त्री,रूख़सार बलरामपुरी,मंज़र अब्बास रिज़्वी,जमाल कुदूसी ,ज्ञानेंद्र द्विवेदी दीपक तथा मंजू प्रीति आदि कवि एवं शायर अपनी रचनाएं पेश करेंगे। आयोजक संस्था अब्बास चौधरी मेमोरियल जूकेशनल ट्रस्ट के शाहिद सिराज ने क्षेत्रीय लोगों से कवि सम्मेलन /मुशायरे को कामयाब करने की अपील की है।