ताज़ा खबर

IMG-20201101-WA0018_copy_600x450

Prabhav India | ब्लैक फंगस के संक्रमण से बचाव में कारगर है होम्योपैथी : डॉ. भाष्कर

IMG-20201101-WA0018_copy_600x450

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से अभी लोगों को राहत मिली भी नहीं है कि अब एक और खतरा सामने आकर खड़ा हो गया हैl कोरोना महामारी के बीच देश में एक नए जानलेवा रोग ने दस्तक दी हैl लोगों की जान का दुश्मन बन रही इस बीमारी का नाम म्यूकोरमाइसिस है, जिसे ब्लैक फंगस की कहा जा रहा हैl सिद्धार्थनगर के विश्व प्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक डॉक्टर भास्कर शर्मा से एक खास बातचीत

Prabhav India – ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस क्या है?
उत्तर -म्यूकोर्मिकोसिस, एक फंगल संक्रमण है lजो व्यक्ति कोरोना वायरस (Covid-19) के रोगी है या रिकवरी हुए है उनके अन्दर इस प्रकार का एक फंगल संक्रमण ज्यादा देखा गया है लेकिन यह किसी भी व्यक्ति को अपने चपेट में ले सकता हैlम्यूकोर्मिकोसिस मरीजो को बलैक फंगस का मरीज भी कहा जाता है l
Prabhav India – ब्लैक फंगस के सामान्य लक्षण क्या हैं?

उत्तर -हमारे माथे, नाक, गाल की हड्डियों के पीछे और आंखों एवं दांतों के बीच स्थित एयर पॉकेट में त्वचा के संक्रमण के रूप में म्यूकोर्मिकोसिस दिखने लगता हैlयह फिर आंखों, फेफड़ों में फैल जाता है और मस्तिष्क तक भी फैल सकता हैlइससे नाक पर कालापन या रंग मलिन पड़ना, धुंधली या दोहरी दृष्टि, सीने में दर्द, सांस लेने में कठिनाई और खून की खांसी होती हैl

Prabhav India । ब्लैक फंगस किसे कहते हैं ?

उत्तर-म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस, फंगल संक्रमण से पैदा होने वाली जटिलता हैlलोग वातावरण में मौजूदफंगस के बीजाणुओं के संपर्क में आने से म्यूकोर्मिकोसिस की चपेट में आते हैंl शरीर पर किसी तरह की चोट, जलने, कटने आदि के जरिए यह त्वचा में प्रवेश करता है और त्वचा में विकसित हो सकता हैl
Prabhav India फंगस के चपेट में आने के क्या कारण है?
उत्तर -जैसा की आप जानते हैं कि ब्लैक फंगस दुनियां में तेजी से उभरता हुआ रोग है lजिस प्रकार कोरोना से रोगी मर रहें है उसी प्रकार सही समय पर इलाज नहीं कराया जाये तो रोगी को मृत्यु भी हो सकती है lएक ही वातावरण में विभिन्न प्रकार के व्यक्ति साँस लेते है lऐसे में हवा में फैल रहे रोगाणुओं से बच कर रहना है lअगर आप रोगाणुओं के संपर्क में आते है तो बलैक फंगस हो सकता है lआज के समय में बहुत सारे लोग ब्लड शुगर से परेशान है ऐसे में रजिस्टर्ड डॉक्टर से मिलकर सलाह करें और ब्लड शुगर को कम करें l जो व्यक्ति कोरोना वायरस से रिकवरी हुए है उनको ब्लड शुगर और मधुमेह पर ध्यान देना होगा l इसके अलावा लम्बे समय से हॉस्पिटल में भर्ती रहना, फंगल संक्रमण होने पर नजर अंदाज करना , स्टेरॉयड का इस्तमाल से इस चपेट में आ सकते है l
Prabhav Indiaकोपीड़ित रोगी को ब्लैक फंगस से कैसे बचे?
उत्तर -कोरोना वायरस से पीड़ित रोगी को हाइपरग्लाइसेमिया से बचना चाहिए ,खून से सुगर को कम करने दे,एंटीफंगल दवाओं का यूज डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही करें,डायबिटीज के रोगी को शुगर नियंत्रित करना चाहिए,शरीर में इम्युनिटी भोजन और रहन सहन से बढ़ाये , भरपूर मात्रा में पानी पिए ,स्वच्छता पर ध्यान दें l

Prabhav India होम्योपैथी में ब्लैक फंगस से बचाव में कौन सी औषधियों का प्रयोग किया जाना चाहिए?

उत्तर- आर्सेनिक एल्बम 30 बेसिलिनम 30, थूजा 30, कैल्केरिया कार्बनिका 30,अंतिम टार्ट 30, बेलाडोना 30 आदि होम्योपैथिक औषधियां लक्षण के अनुसार कारगर साबित होंगीl होम्योपैथिक औषधि का प्रयोग केवल पंजीकृत होम्योपैथी चिकित्सक के ही सलाह से औषधि का सेवन करेंl

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Prabhav India

prabhavindia

prabhav india Prabhav india