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Prabhav India | डुमारियागंज के औसानपुर निवासी डॉ तारिक़ को अमेरिका में मिला सम्मान,कैंसर के विशेष शोध के लिए हुए सम्मानित, हर्ष
October 21, 2019 4:10 pm
जीएच कादिर
सिद्धर्थनगर । ज़िले के डुमारियागंज तहसील के औसानपुर निवासी डॉक्टर मोहम्मद तारिक़ अमेरिका में सफलता की नई इबारत लिख रहे है और क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं, उन्हें अमेरिका में कैंसर जैसी बीमारी के शोध पर सम्मानित भी किया गया है ।डॉ मोहम्मद तारिक यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिआमी , मिआमी, यूनाइटेड स्टेट ऑफ़ अमेरिका में पोस्ट डॉक्टरल के पद्द पर रिसर्च कर रहें हैं। उन्होंने आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस, नई दिल्ली से Leprosy (kushth रोग) immunology में पीएचडी की है और अपने रिसर्च के दौरान उनके 12 रिसर्च आर्टिकल्स इंटरनेशनल जर्नल्स में प्रकाशित हुए । उनके शोध में बी और टी lymphocytes के role को लेप्रोसी डिजीज में समझाया है।
डॉ. मोहम्मद तारिक यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिआमी में पैंक्रिअटिटिस और पैंक्रिअटिक कैंसर पर रिसर्च कर रहे हैं। वहां वो पैंक्रिअटिटिस डिजीज की पैथोजेन्सइस और ट्रीटमेंट पर रिसर्च कर रहें हैं। इसके अलावा श्री तारिक़ पैंक्रिअटिक कैंसर में microbiome पर भी शोध कर रहे हैं। उन्होंने पैंक्रिअटिक कैंसर microbiome के रोल को Gasteroentrology जर्नल में प्रकाशित किया है। अभी हाल ही में अमेरिकन पैंक्रिअटिक एसोसिएशन द्वारा उन्हें यंग इन्वेस्टिगेटर अवार्ड मिला है जिस के तहत उन्हें प्रशस्तिपत्र और 50 हज़ार अमेरिकी डॉलर दिया गया है । यह पुरस्कार उन्हें शोध के लिए मिला है। यहाँ जान लेना बेहद ज़रूरी है कि उन्हें यह पूरे अमेरिका में 3 लोगों को मिला है , जिसमे वह भी शामिल हैं । इसके अलावा उन्हें Digestive Disease Week कॉन्फ्रेंस सैन डियागो कैलिफोर्निया में अर्ली करियर इन्वेस्टिगेटर का अवार्ड मिला है। वह नवंबर में हवाई अमेरिकन पैंक्रिअटिक एसोसिएशन की कॉनफ्रेंस में लेक्चर के लिए चुने गए हैं।
डॉ मोहम्मद तारिक की पत्नी डॉ हुमा नाज़ भी यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिआमि में पहले Oesophaegeal कैंसर पर रिसर्च कर रहीं थी लेकिन अब वो अल्ज़ाईमर्स डिजीज पर रिसर्च कर रहीं हैं। उनके भी 20 रिएर्च आर्टिकल्स इंटरनेशनल जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके है । डॉक्टर तारिक़ की उपलब्धियों से क्षेत्र का नाम रोशन हुआ है । उनके शुभचिंतको में ख़ुशी की लहर है । उनकी इस सफलता पर पूर्वांचल साहित्य महोत्सव की आयोजन समिति ने यह फैसला लिया है कि उनके सिद्धर्थनगर आगमन पर उन्हें प्राइड ऑफ़ पूर्वांचल सम्मान से नवाजा जायेगा ।