Exclusive : डुमरियागँज तहसील मेे नही है वर्षों से कोई महिला डाॅक्टर तैनात, आधी आबादी के सामने इलाज का सँकट , जिम्मेदार बेखबर
May 21, 2017 6:28 am
जीएच कादिर “प्रभाव इंडिया ” के लिए
डुमरियागँज- सिद्धार्थनगर। सरकारें महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर बेहतरी होने का चाहे जितना ढिंढोरा पीटें लेकिन वास्तविकता कुछ दूसरी ही है । उदाहरण के तौर पर डुमरियागँज तहसील को ही लिया जा सकता है, जहाँ एक भी सरकारी महिला चिकित्सक नहीं है, फलस्वरूप महिलाओं को अपनी बीमारियों के इलाज के लिए मोटी रकम खर्च करके दूर दराज के शहरों मेे जाना पड़ता है ।
स्थानीय तहसील की लगभग 7 लाख की आबादी में आधी हिस्सेदारी महिलाओं की है, लेकिन सरकारी उदासीनता के कारण यहाँ पर कोई भी महिला चिकित्सक नहीं है जहाँ महिलाओं में पाई जाने वाली बीमारियों का इलाज रुग्ण महिलाएं अपना इलाज सहजता से करवा सकें । कहने को तो इस तहसील में बेवाॅ सामुदायिक केन्द्र , भनवापुर,डुमरियागँज,अजगरा आदि में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं , लेकिन महिला चिकित्सक के नाम पर वर्षों से शून्यता है, कोई भी जिम्मेदार इस मूल भूत आवश्यकताओं की तरफ ध्यान नहीं दे रहा है । क्षेत्र की रूही खानम,रुचि श्रीवास्तव , शबनम ,शकुन्तला देवी आदि महिलाओं का कहना है अपनी बीमारियों का इलाज करवाने के लिए उन्हें मोटी रकम खर्च करके दूर दराज शहरों में जाना पड़ता हैं , जहाँ समय की बरबादी के साथ आर्थिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । इन लोगों ने तत्काल ज़िम्मेदार लोगों से ध्यान दिये जाने की माँग की है । इस बारे में मुख्य चिकिसाधिकारी सिद्धार्थनगर से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन बात नहीं हो पाई ।