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त्योहारों को भारतीयता का प्रतीक बनाना होगा
October 27, 2016 6:39 am
काज़ी इमरान लतीफ़
जैसा की हम सब जानते हैं कि हम भारतीय बहुत ही उत्सवधर्मी प्रवृत्ति के होते हैं और उत्सव और त्योहार भारतीय संस्कृति की युगों पुरानी परंपरा है, दीपावली इसका सबसे उत्कृष्ट उदाहरण। जीवन में मिल-जुलकर आनंद पाना ही त्योहारों की मूल संवेदना है। मेरा मानना है कि किसी भी त्यौहार को किसी धर्म या सम्प्रदाय विशेष से जोड़कर देखना उस पर्व की मूल संवेदना और उद्देश्य के साथ घनघोर बेईमानी और अन्याय है। हम भारत को सम्पूर्ण रूप से तब धर्मनिरपेक्ष मान सकते हैं जब देश का मुसलमान, मुसलमान को ही दीपावली की बधाईयां देना प्रारम्भ करे और हिन्दू भाई हिंदुओं के यहाँ ईद की सिवइयों की मिठास का आनंद लेने पहुचें।अब हमे अपने समाज में ऐसे बदलाव लाने होंगे।
एक ओर जहां दीपावली बुराई पर अच्छाई की विजय तथा भाईचारे का पर्व है वहीं दूसरी ओर आशारूपी दीपों को प्रज्वलित कर निराशा और अंधकार को दूर भगाने की प्रवृत्ति का त्योहार भी है।
दीपावली की रातों में हमारे घरों में झिलमिलाते नन्हे-नन्हे दीप हमारे जीवन की नन्ही खुशियों के पर्याय तो हैं ही, आस्था और सकारात्मकता के प्रतीक भी हैं। सभी धर्मो के लोग अपने अपने धर्मग्रंथों में ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ की धारणा का वर्णन किसी न किसी रूप में अवश्य पाते हैं। हम सभी अपनी अपनी पद्धति के अनुसार इबादतों के बाद अल्लाह या भगवान् से ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ अर्थात मुझे अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाइए की प्रार्थना (दुआ) मांगते हैं और ये हज़ार फ़ीसदी सत्य है कि अज्ञान रूपी अंधकार को ज्ञान रूपी प्रकाश ही दूर कर सकता है।
जगमगाता हुआ दीपक मानव के विकास की ऊंचाइयों का प्रतीक है। उससे फैलता प्रकाशपुंज जीवन की पवित्रता का प्रतीक है तो उस दीपक की जलती लौ मानव के नैतिक मूल्यों को जीने का आह्वान करती है। वहीं दीपक का तेल और बाती स्वयं जलकर मानव को रोशन होने की प्रेरणा देता है। दीपक का मर्म ही आत्मबोध का अहसास और उसके जाग जाने का विश्वास है। दीपक का प्रकाश नए को नवीन सृजन और पुराने के शोधन का प्रेरणा सूत्र है। सर्वशक्तिमान ईश्वर हम सबको को इस पावन पर्व के मूल उद्देश्यों को समझने और दीपों के इस पर्व की मूल संवेदनाओं को दैनिक जीवन में समाहित करने की शक्ति, सलाहियत और समझ दे।
(लेखक आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल अल्पसंख्यक प्रकोष्ट के अध्यक्ष है और प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य है)